Thursday, May 25, 2017

Just Friends

                                        
तारा - एक ऐसी लड़की जो जिंदगी अपने शर्तो पर जीती है लेकिन इंडियन संस्कार भी कही न कही उसे वो सब करने से रोक ही देते। जो वो बिना किसी शर्म के करना चाहती हैं।  वैसे उसने बहुत हद तक ऐसी चीज़े की भी है।

कुणाल - तारा का कॉलेज फ्रेंड कम बॉयफ्रेंड। कुणाल के लिए तारा के फ्रेंड है और तारा के लिए कुणाल फ्रेंड से कही ज्यादा। कुणाल फ्लिर्टी टाइप का लड़का है. तारा उसकी मुलाकात बहुत ही अजीब तरीके से हुई थी।

प्रिया - तारा की बचपन की सहेली जिसके सामने तारा चाहा कर भी कुछ छुपा नहीं पाती।  अगर कहे प्रिया तारा के लिए लास्ट मॉमेंट वाली लाइफ लाइन हैं। वैसे प्रिया को कुणाल बिलकुल भी पसंद नहीं।
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आज उससे बोल दूंगी। अब हम लोग साथ नहीं रह सकते। ऐसे तो बिलकुल भी नहीं।  आखिर हम किस रिश्ते में है, क्या हूँ मैं तुम्हारी ? दोस्त तो ये सब क्या है हमारे बीच जो दोस्ती जैसा नहीं लगता। तारा तू अपने ही ख्यालो कुणाल से जाने कितनी बार ये सवाल कर चुकी हैं, लेकिन उसके सामने आने पर जाने तुझे क्या हो जाता है.

(प्रिया तारा को गुस्से से, एक बात कहु तारा मुझे सच में लगता तुझसे कुछ नहीं हो पाएगा। ये फ्रेंड विथ बेनेफिट है।  उसे तो कभी तेरी वैल्यू नहीं होगी। तू पता नहीं क्यों ये सब कर रही है, एक वो है जो तुझे किसी चीज़ के अलावा कुछ नहीं समझाता।

तारा - यार वो नहीं समझता तो क्या करुँ। तू तो सं जानती है. पहले था मजाक लेकिन वो आज भी सब कुछ मजाक मैं ही लेता है। उसको लगता है मैं उसकी अच्छी फ्रेंड हो सकती हूँ उससे ज्यादा कुछ नहीं।

प्रिया - तारा तू पागल है क्या? तुम दोनों के बीच जो है, वो फ्रेंडशिप से कुछ ज़्यादा हैं।  उसे ये नहीं समझा आता ठीक है।  तुझे तो समझ आता है तू क्या कर रही है।  तेरी ख़ुशी का क्या ? कभी तूने कुणाल से पूछा है कि अगर तुम अच्छे दोस्त हो तो ये सेक्स क्यों है।
तारा या तो तू उससे सब सवालो के जवाब लेगी या ये फ्रेंडशिप भी खत्म कर देगी।  तू अगर सोचती है कि कुणाल तुझसे कभी प्यार करेगा तो तू गलत है।  अगर प्यार है भी तो अब उसे तेरे पास आने दे।
मैं तुझे रोज़ ऐसे खुद से लड़ते नहीं देख सकती।

तारा - यार क्या करुँ मैं , उसे लगता मैं उसके बिना खुश हूँ।  मैं उस जैसे इंसान के साथ नहीं रह सकती। कुणाल को लगता हैं।  मैं बहुत आज़ाद ख्यालो की लड़की हूँ और रिश्ते जैसी बातें मेरे लिए नहीं हैं।

प्रिया - वो तुझे सच में जानता है।  ऐसे कैसे कह दिया उसने तूने सुन भी लिया।  तारा क्या हो गया है तुझे ? तू सोचती मैं तुझे उसके साथ रहने दूंगी।  तू उसे आज ही अभी कॉल करके सब खत्म करेगी।

तारा कुणाल को कॉल करती हैं.......

कुणाल - हेलो , तारा

तारा - कुणाल मुझे तुमसे बहुत जरुरी बात करनी है। क्या तुम फ्री हो ?

कुणाल - हां , कहो।

तारा - कुणाल, मैंने तुमसे बहुत बार कहा लेकिन तुमने कभी मुझे सीरियस नहीं लिया।

कुणाल - तारा क्या हुआ ? सब  ठीक है ना ?

तारा - सब ठीक करने के लिए ही कॉल लिया है।

कुणाल - तारा बताओ क्या हुआ ? इतना परेशान क्यों लग रही हो ?

तारा - कुणाल मैं तुम्हारी कौन हूँ ?

कुणाल - फ्रेंड हो। . बहुत अच्छी फ्रेंड हो।  जो मुझे मुझसे कही ज्यादा समझती है।

तारा - क्या बस यही वजह थी हमारे साथ होने की ? जो हमारे बीच इतना कुछ हुआ वो क्या था ? तुम्हे पता है ,               मुझे लगता था तुम्हे कभी तो एहसास होगा मेरे प्यार का, लेकिन तुम्हे कभी वो प्यार नहीं दिखा। तुमने कभी मेरी आँखे पढ़ने की कोशिश ही नहीं की।
तुम्हारे लिए वो सब बकवास था ना।

कुणाल - तुम मुझे मुझसे भी ज्यादा जानती हो।

तारा - क्या तुम सच में चाहते हो ? मैं तुम्हारी जिंदगी से चली जाऊं। तुम्हे शायद प्यार करना नहीं सीखा पायी।
         
तारा रोते हुए कॉल रख देती है। 

कुणाल को अभी भी कुछ समझ नहीं आया आखिर हुआ क्या। ........ ?????


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