Wednesday, May 24, 2017

Just friends 2

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प्रिया - तारा क्या हुआ। क्या कहा उसने तू इतना क्यों रो रही है।

तारा - मैं हमेशा गलत थी और तू सही। क्या उसे कभी भी मुझसे प्यार नहीं हुआ था ? प्रिया शायद वो सही था मैं              ऐसी लड़की हूँ।  जिससे किसी को प्यार नहीं हो सकता। सेक्स ही सब है , उसके लिए फीलिंग नहीं चाहिए होती। मुझे लगता था वो सिर्फ मजाक करता है लेकिन मुझसे प्यार करता है।

प्रिया - जिंदगी में अगर हर इंसान वैसा हो जैसा तुमने सोचा तो जिंदगी जीना बहुत आसान हो जायेगा।  तारा तेरी            गलती इतनी रही तू उसके दर्द को भी प्यार समझ छुपाती रही। प्यार करना बुरा नहीं, प्यार  ऐसे का         मतलब सिर्फ सेक्स नहीं।  किसी इंसान को महसूस करना होता है। कुणाल जैसे लड़को के लिए अगर लड़की सेक्स के बारे में खुल कर बात करती है तो वो उन्हें उसके साथ कुछ भी करने का लाइसेंस मिल जाता है।
तू कही भी गलत नहीं है।

तारा कुछ लोगो के लिए जिंदगी को जीने का तरीका नहीं बदला जाता।  तुझे इसे पॉजिटिव वे में लेना चाहिए. इसे ही शायद इश्क़ का फलसफा कहते है।


तारा - लड़के कितनी आसानी से बोलते है।  लड़कियों के लिए जिंदगी में आगे बढ़ना कितना आसान होता है,                क्योंकि कुणाल जैसी लड़को को लगता है।  अगर लड़की बोल्ड है तो उसे प्यार नहीं हो सकता।  वो किसी एक लड़के से प्यार नहीं कर सकती। कैसे ये लोग लड़की के पहनावे से उसके संस्कारों का पता कर लेते है।
अगर ड्रिंक करती है तो बिलकुल उसके कितने ही बॉयफ्रेंड रह चुके होंगे।

"आखिर क्यों ऐसा है हमारा पुरुष प्रधान देश ऐसा"

प्रिया - तारा तुझे खुश होना चाहिए।  तू आज़ाद है दुनिया क्या सोच रही है तू कब से ये सोचने लगी।  आइ नो तुझे बुरा लगा होगा।  जो भी कुणाल ने कहा।  लेकिन आज कल ऐसा ही प्यार सेक्स तक है।  हम दोस्त है, लेकिन उसमे कुछ बेनेफिट होने चाहिए।

तारा ऐसा सिर्फ तेरे साथ नहीं हुआ बहुत लड़कियों के साथ होता है। बहुत बार हमे भी नहीं पता होता आखिर सब क्यों हो रहा है।  तूने सब क्लियर किया था ना.........

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